जम्मू-कश्मीर समेत देश के कुछ क्षेत्रों में 8 से 14 दिसंबर 2024 के बीच स्कूली छात्रों को विशेष अवकाश का लाभ मिलने जा रहा है। यह अवकाश शैक्षणिक गतिविधियों और स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए घोषित किया गया है।
छुट्टियों का कार्यक्रम
8 दिसंबर 2024 (रविवार) से प्रारंभ होकर 14 दिसंबर 2024 (शनिवार) तक कुल सात दिनों का यह विशेष अवकाश रहेगा। इस अवधि में सभी सरकारी और निजी स्कूल संचालित नहीं होंगे। ध्यान रहे कि 8 दिसंबर को रविवार का नियमित अवकाश पहले से ही था, जबकि 14 दिसंबर को शनिवार को अधिकांश स्कूलों में आधे दिन की पढ़ाई होती है, लेकिन इस सप्ताह वह भी पूर्ण अवकाश रहेगा।
प्रभावित क्षेत्र
यह अवकाश मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के स्कूलों के लिए लागू है। राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, जम्मू और कश्मीर दोनों ही डिवीजनों के सभी सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थान इस अवधि में बंद रहेंगे। कुछ अन्य पर्वतीय राज्यों में भी स्थानीय प्रशासन द्वारा इसी तरह के अवकाश की घोषणा की गई है, जहाँ शीतलहर और प्रतिकूल मौसम की स्थिति को देखते हुए छुट्टियाँ दी जा रही हैं।
अवकाश के कारण
इस अवधि में स्कूल बंद रखने के पीछे कई कारण हैं:
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शैक्षणिक मूल्यांकन अवधि: दिसंबर का महीना अक्सर वार्षिक परीक्षाओं और मूल्यांकन की तैयारी से पहले की अवधि होती है। इस दौरान शिक्षकों को पाठ्यक्रम पूरा करने, मूल्यांकन तैयार करने और प्रश्नपत्रों के निर्माण जैसे कार्यों में व्यस्त रहना होता है।
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मौसमी परिस्थितियाँ: उत्तरी भारत के कई हिस्सों में दिसंबर के महीने में कड़ाके की सर्दी पड़ने लगती है, विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
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शैक्षणिक कैलेंडर समायोजन: अधिकांश स्कूलों का शैक्षणिक कैलेंडर इस तरह डिजाइन किया गया है कि वार्षिक परीक्षाओं से पहले छात्रों और शिक्षकों को adequate तैयारी का समय मिल सके।
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संस्थागत आवश्यकताएँ: इस अवधि में स्कूल प्रबंधन भवन रखरखाव, फर्नीचर मरम्मत और अन्य प्रशासनिक कार्यों का संचालन करते हैं।
पहले से निर्धारित अवकाश
इससे पहले भी दिसंबर माह में कई अवकाश निर्धारित हैं:
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25 दिसंबर: क्रिसमस (राष्ट्रीय अवकाश)
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31 दिसंबर: वार्षिक अवकाश के रूप में कई स्कूलों में
शिक्षा विभाग के दिशा-निर्देश
जम्मू-कश्मीर के शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल प्रबंधनों को निम्नलिखित दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
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पाठ्यक्रम पूरा करना: अवकाश से पहले ही निर्धारित पाठ्यक्रम पूरा कर लिया जाए।
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गृहकार्य देना: छात्रों को अवकाश के दौरान संशोधन के लिए उपयुक्त गृहकार्य दिया जाए।
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सुरक्षा उपाय: स्कूल परिसर की सुरक्षा और रखरखाव सुनिश्चित करना।
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परीक्षा तिथियाँ: वार्षिक परीक्षाओं की तिथियाँ पहले से स्पष्ट कर दी जाएँ।
छात्रों और अभिभावकों के लिए सुझाव
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अध्ययन कार्यक्रम: इस अवधि का उपयोग पाठों के संशोधन और कमजोर विषयों पर ध्यान देने के लिए करें।
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सर्दी से बचाव: ठंड से बचाव के उपाय करें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
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सृजनात्मक गतिविधियाँ: बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ रचनात्मक गतिविधियों में भी संलग्न करें।
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डिजिटल शिक्षा: ऑनलाइन शैक्षणिक संसाधनों का लाभ उठाएँ।
अन्य राज्यों की स्थिति
जबकि जम्मू-कश्मीर में सात दिन का लगातार अवकाश है, अन्य राज्यों में स्थिति भिन्न हो सकती है:
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हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड: कुछ ऊँचाई वाले क्षेत्रों में समान अवकाश
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मैदानी राज्य: सामान्य शैक्षणिक कार्यक्रम जारी
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पूर्वोत्तर राज्य: स्थानीय प्रशासन के निर्देशानुसार
परीक्षा कार्यक्रम पर प्रभाव
इस अवकाश का वार्षिक परीक्षाओं के कार्यक्रम पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। सभी स्कूलों को पहले से ही अपना परीक्षा कार्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। कई स्कूलों ने जनवरी के दूसरे सप्ताह से परीक्षाएँ आयोजित करने की योजना बनाई है।
भविष्य की तिथियाँ
अवकाश समाप्ति के बाद:
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15 दिसंबर: रविवार (नियमित अवकाश)
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16 दिसंबर: सोमवार से स्कूल पुनः प्रारंभ
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23 दिसंबर: मॉडल परीक्षाएँ प्रारंभ (कई स्कूलों में)
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30 दिसंबर: शीतकालीन अवकाश प्रारंभ (कुछ क्षेत्रों में)
8 से 14 दिसंबर तक की छुट्टियाँ छात्रों के लिए अध्ययन की दृष्टि से महत्वपूर्ण समय है। यह अवधि उन्हें अपनी पढ़ाई का आकलन करने और तैयारी पूरी करने का अवसर प्रदान करती है। अभिभावकों और छात्रों को सलाह है कि वे इस समय का उपयोग विवेकपूर्ण ढंग से करें और आगामी परीक्षाओं के लिए अच्छी तरह तैयारी करें। स्कूल प्रबंधन से संबंधित कोई अपडेट प्राप्त करने के लिए संबंधित स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट या शिक्षा विभाग के नोटिस बोर्ड की नियमित जाँच करते रहें।